बिलासपुर— बिलासपुर लोकसभा प्रत्याशी एलान के बाद कांग्रेस नेता भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव दल बल के साथ बिलासपुर पहुंचे। इस दौरान ज्यादातर कांग्रेसी रेलवे स्टेशन पहुंचकर स्वागत की रस्मअदायगी को पूरा किया। स्वागत के दौरान कांग्रेस पदाधिकारियों की मजबूरी नजर आयी। खासकर दोनो जिला अध्यक्ष रेलवे स्टेशन से रतनपुर महामाया दरबार तक विवशता देवेन्द्र यादव के साथ नजर आये। बाकी बड़े पदाधिकारी स्वागत भीड़ में चेहरा दिखाकर घर लौट गये।स्वागत के दौरान सैकड़ों गाड़ियों का काफिला नजर आया। गाड़िया और कार्यकर्ता रायपुर और भिलाई के थे।
बिलासपुर लोकसभा के कांग्रेस प्रत्याशी देवेन्द्र यादव टिकट एलान के बाद पहली बार बिलासपुर पहुचे। रेलवे स्टेशन पर सैकड़ों कांग्रेसी नजर तो आए। लेकिन किसी में देखने को नहीं मिला। यद्यपि जगह जगह देवेन्द्र यादव का कांग्रेसियों ने स्वागत किया। लेकिन स्वागत रस्म अदायगी तक नजर आया। रतनपुर तक देवेन्द्र यादव के पीछे पीछे गाड़ियों का काफिला भी देखने को मिला। कमोबेश सभी गाड़िया रायपुर या भिलाई की थीं।
नजर नहीं आये नेता
इस दौरान कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव समेत जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी और विजय पाण्डेय,संतोष कौशिक तो नजर आए। लेकिन स्वागत के बाद सभी नेता अपने घर रवाना हो गए।,नगर विधायक शैलेष पाण्डेय, प्रमोद नायक, थानेश्वर साहू, संजित बनर्जी,अंकित गौरहा समेत अन्य नेता भी दिखाई ही नहीं दिये।
मजबूरी में रस्मअदायगी
देवेन्द्र यादव का स्वागत जोशिले अंदाज में सिर्फ शेरू असलम ने किया। चलती गाड़ी से लकटकर शेरू असलम ने जमकर जिन्दावाद का नारा लगाया। और यह प्रक्रिया अन्त तक चला। कुल मिलाकर स्वागत में शेरू असलम की ही टीम दिखाई दी। अलग बात है कि विजय केशरवानी और विजय पाण्डेय को मजबूरी में देवेन्द्र यादव के साथ रतनपुर तक जाना पड़ा।
निष्कासित नेता ने जमाया रंग
कांग्रेस के ही कुछ नेताओं ने बताया कि शेरू असलम पार्टी से निष्कासित है। यूथ विंग के हेड ने मोपका में जमीन हड़पने और जान से मारने की धमकी के आरोप मेंं पार्टी से निष्कासित किया है। इसके अलवा शेरू असलम ने हेकड़ी दिखाते हुए पिस्टल से फायर भी किया था। जानकारी के बाद यूथ कांग्रेस की राष्ट्रीय नेता ने शेरू को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। इतना ही नहीं कांग्रेस ग्रुप के वाट्स अप से भी निष्कासित कर दिया।
एकगुट में नजर आए कांग्रेसी
देवेन्द्र यादव के बिलासपुर पहुंचने पर खण्ड खण्ड में कांग्रेस पार्टी के नेता एक नजर आये। मतलब गुटों में बटे नेता और उनके समर्थक एक जुट होकर अपने हाव भाव से पुरजोर तरीके से विरोध किया। साथ ही अपनों के बीच देवेन्द्र यादव को बिलासपुर लोकसभा से प्रत्याशी बनाए जाने पर नाराजगी भी जाहिर किया।
विष्णु और रामशरण गायब
देवेन्द्र यादव ने बृहस्पति बाजार पहुंचकर चंद मिनल तक उपस्थित लोगों को संबोधित किया। अनुमान लगाया जा रहा था कि इस दौरान जातिगत खांचे में शामिल टिकट के दो प्रमुख दावेदार रामशरण यादव और विष्णु हाव उपस्थित रहेंगे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
देवेन्द्र यादव का खुला विरोध
नाम नहीं छापने की सूरत में आधा दर्जन से अधिक जिले कद्दावर नेताओं ने देवेन्द्र यादव को लोकसभा का प्रत्याशी बानाए जाने पर नाराजागी जाहिर किया। ज्यादातर नेताओं ने दुरहाया कि लगता है कि हाईकमन को पता चल गया है कि बिलासपुर लोकसभा के लिए कोई योग्य उम्मीदवार नहीं है। इसलिए भिलाई से लाकर योग्य प्रत्याशी बिलासपुर को दिया गया है। लेकिन हम किसी भी सूरत में इस अपमान को बर्दास्त नहीं करेंगे। हम पहले से ही लोरमी और मुंगेली के दावेदारों से परेशान थे। अब भिलाई से हमारे सिर पर बोझ रख दिया गया है।
निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान
कई बड़े कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि यदि प्रत्याशी नहीं बदला गया तो निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस हाईकमान ने बिलासपुर लोकसभा सीट का भाजपा से सौदा किया है।
ज्यादातर नेताओं ने बताई व्यस्तता
नाम नहीं छापने की सूरत में ज्यादातर बड़े कांगेसी नेताओं ने बताया कि पारिवारिक काम बहुत है। इसलिए संभव है बाहर जाना पड़े। क्योंकि चुनाव आते जाते रहे हैं। लेकिन व्यस्तता के बीच बच्चों का भविष्य बिगड़ गया तो हम कहीं के नहीं रह जाएंगे।