दरअसल संसद में बजट पर चर्चा के दौरान तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी ने केंद्र सरकार और बीजेपी पर जमकर हमला बोला। अभिषेक के संबोधन के दौरान कई बार ऐसे मौके आए जब स्पीकर ने उन्हें टोका। स्पीकर ओम बिरला ने अभिषेक को नसीहत देते हुए कहा कि जब स्पीकर बोलता है तो बोलता है।
पश्चिम बंगाल के डायमंड हार्बर लोकसबा क्षेत्र के सांसद अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाया कि इन बिलों को लेकर न तो विपक्ष से न ही किसान संगठनों से सलाह ली गई थी और इन्हें सदन में बिना चर्चा के पारित कर दिया गया था। इसको लेकर सत्ता पक्ष की ओर से हंगामा किए जाने पर बनर्जी ने उसे बहस की चुनौती दी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें टोका और कहा कि सदन में चुनौती नहीं, अपनी बात कहें।
बहस के लिए दिया ओपन चैंलेज
अभिषेक बनर्जी ने कहा कि, ”किसान बिल बिना विपक्ष और किसान संगठनों से मशवरा किए लाया गया. इसको लेकर किसानों ने बहुत व्यापक विरोध प्रदर्शन किया…” इस पर बीजेपी के सांसदों ने शोर मचाया तो उन्होंने कहा कि, ”मैं अपनी बात रोक रहा हूं। मैं बीजेपी से सवाल पूछ रहा हूं… मिनिस्टर को इसका जवाब देना है.. इनमें से कोई भी अगर जवाब देना चाहता है, कोई भी मीडिया चैनल तय कर ले, टाइम बता दे, मैं आ जाऊंगा। इनके सीने में दम है और अगर हिम्मत है तो…मैं इन्हें बहस करने के लिए चैलेंज देता हूं…” लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ”आप चुनौती मत दीजिए, अपनी बात कहिए .. बाहर चुनौती दीजिए, सदन में नहीं.” अभिषेक बनर्जी ने कहा- ‘जी’ फॉर गारंटी, ‘जी’ फॉर घोटाला… नीट घोटाला… गारंटी विथ जीरो वारंटी।
ओम बिरला ने कहा कि, ”इस रिकार्ड को क्लियर कर लो. इस सदन में साढ़े पांच घंटे चर्चा हुई थी, किसान विधेयक पर। अभिषेक बनर्जी ने कहा, ”बिल पर कोई चर्चा नहीं हुई। इस पर बिरला ने कहा, ”जब स्पीकर बोलता है, तो बोलता है, और वह सही बोलता है। आप करेक्ट करो अपने आप को। मैं जब बोल रहा हूं, तो मैं कभी गलत नहीं बोल सकता।
जवाहरलाल नेहरू का नाम क्यों लिया गया?
चर्चा के दौरान अभिषेक बनर्जी ने 2016 में की गई नोटबंदी का जिक्र किया जिस पर स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि माननीय सदस्य आप वर्तमान बजट पर बात करें क्योंकि 2016 के बाद तो काफी समय निकल गया, इसके बाद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि कोई पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू की बात बोलेगा तो आप कुछ नहीं कहेंगे और मैं 2016 की नोटबंदी की बात कर रहा हूं तो आप कह रहे हैं कि वर्तमान बजट पर बोलिए. अभिषेक बनर्जी बोले कि ये पक्षपात नहीं चलेगा क्योंकि जब कोई इमरजेंसी के मुद्दे को उठाता है तो आप चुप रहते हैं।
इससे पहले बनर्जी ने अपने संबोधन में बजट को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा जिस पर सत्ता पक्ष, विशेषकर बंगाल के बीजेपी सांसदों की ओर से प्रतिक्रिया आई। तृणमूल कांग्रेस के महासचिव ने कहा कि बजट में “दृष्टिकोण की स्पष्टता” का अभाव है और इसका उद्देश्य देश के 140 करोड़ लोगों को राहत प्रदान करने के बजाय भाजपा के गठबंधन सहयोगियों को संतुष्ट करना है।
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