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आनलाइन सट्टे के खेल में इस्तेमाल किराये के खाते पुलिस के राडार पर, करोड़ों का हुआ लेनदेन

आनलाइन गेमिंग महादेव और रेडी अन्ना एप के जरिए छत्तीसगढ़ समेत दस राज्यों में आनलाइन सट्टे का खेल मुंबई और दुबई से बैठकर संचालित करने वाले सट्टा किंग सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल की अब तक पुलिस लोकेशन ट्रेस नहीं कर पाई।

रायपुर। आनलाइन गेमिंग महादेव और रेडी अन्ना एप के जरिए छत्तीसगढ़ समेत दस राज्यों में आनलाइन सट्टे का खेल मुंबई और दुबई से बैठकर संचालित करने वाले सट्टा किंग सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल की अब तक पुलिस लोकेशन ट्रेस नहीं कर पाई। इस मामले में पकड़े गए खाइवाल से पूछताछ और जांच में पुलिस के हाथ करीब 300 ऐसे बैंक खातों की जानकारी मिली है, जिनसे सट्टे का करोड़ों रुपये का लेनदेन हुआ है। अधिकतर खाते झारखंड,बिहार,उत्तरप्रदेश के है।पुलिस को आशंका है कि ये खाते किराए पर खाइवालों ने ले रखा था।

कांग्रेस नेता का बेटा बेच रहा था महादेव बुक की आइडी, 15 दिनों में कमाए लाखों

भिलाई। पुलिस ने पहली बार महादेव बुक की आइडी बेचने वाले पैनल धारक को गिरफ्तार किया है। आरोपित, कांग्रेस नेता व कैट,स्टील चेंबर आफ कामर्स के अध्यक्ष ज्ञानचंद जैन का बेटा है। उसने 20 लाख रुपये में पूरा पैनल खरीदा था और उससे उसने पांच हजार से अधिक लोगों को आइडी बांटी थी। आरोपित ने अपने पैनल से 15 दिनों में ही लाखों रुपये का सट्टा खिलाया था।

पैनल धारक मुख्य आरोपित समेत कुल छह आरोपितों की गिरफ्तारी की गई है। जिसमें तीन आरोपित उत्तर प्रदेश के वाराणसी और जौनपुर के रहने वाले हैं। मुख्य आरोपित का एल्युमिनियम फिटिंग का कारोबार है। उसके साथ गिरफ्तार किए गए पांच अन्य आरोपित उसके यहां काम करते थे।

शुरुआती दिनों में उसने जगदलपुर स्थित अपने गोदाम से महादेव बुक के माध्यम से आनलाइन सट्टा का संचालन किया था। इसके बाद उसने कोसानाला के पास एक झोपड़ी किराये में ले ली थी और वहां से इसका संचालन शुरू किया था। लेकिन, मुखबिर की सूचना पर सभी आरोपित गिरफ्तार कर लिए गए। आरोपितों की गिरफ्तारी के साथ ही महादेव बुक से जुड़े कुछ और सटोरियों के बारे में भी पुलिस को जानकारी मिली है। जिनकी तलाश की जा रही है।

बता दें कि विभिन्न प्रकार के खेलों पर आनलाइन सट्टा का खेल काफी तेजी से बढ़ा है। भिलाई निवासी सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने महादेव बुक और रेड्डी अन्ना नाम के एप का निर्माण किया और उससे आनलाइन सट्टा में गहरी पैठ बनाई है। मंगलवार को पुलिस ने महादेव बुक से जुड़े कुछ छह आरोपितों को गिरफ्तार किया है।

जिसमें जोनल मार्केट सेक्टर-10 निवासी अनुभव जैन (35), सेक्टर-7 निवासी हर्ष कपूर (27), सिकोलाभाठा दुर्ग निवासी नूतन देवांगन (29), ग्राम ओदार फूलपुर जिला वाराणसी उत्तर प्रदेश निवासी प्रद्युम्न विश्वकर्मा (24), ग्राम आम शाहपुर बड़ागांव जिला वाराणसी उत्तर प्रदेश निवासी पंकज विश्वकर्मा (21) और ग्राम भावपुर थाना जलालपुर जिला जौनपुर उत्तर प्रदेश निवासी श्यामदेव विश्वकर्मा (29) शामिल हैं।

पत्रकार वार्ता में मामले की जानकारी देते हुए एसपी डा. अभिषेक पल्लव, एएसपी संजय ध्रुव और भिलाई नगर सीएसपी नसर सिद्दीकी ने बताया कि आरोपित अनुभव जैन इस गिरोह का मुखिया है। इसके पास ही महादेव बुक का पैनल था। जिससे वो सट्टा खेलने वाले पांच हजार से अधिक लोगों को आइडी बेच चुका था।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कुछ दिनों पहले महादेव बुक से जुड़े दो आरोपित गिरफ्तार किए गए थे। उनसे मिले डाटा के आधार पर ये कार्रवाई की गई है। इस कार्रवाई करोड़ों रुपये के आनलाइन सट्टा का पर्दाफाश हुआ है। ये आरोपित विभिन्न बैंकों के 50 से अधिक खातों के माध्यम से सट्टे के पैसों का लेनदेन कर रहे थे। इनसे 12 नग मोबाइल, चार नग लैपटाप, एक नग मानीटर, एक नग सीपीयू, तीन नग की-बोर्ड, चार नग माऊस, एक नग ब्राडबैंड, छह नग एटीएम कार्ड, आठ नग चेकबुक और तीन नग पासबुक जब्त किया गया है। पुलिस ने विभिन्न खातों में आए सट्टा के करीब दो लाख रुपये को होल्ड भी कराया है।

अनुभव ने दोस्त के माध्यम से लिया था पैनल, सट्टा पर मिलता था छह प्रतिशत कमीशन

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपित अनुभव जैन ने अपने एक दोस्त प्रणव जैन के माध्यम से महादेव बुक का पैनल लिया था। उसे लेजर बुक और क्रिकेट बज नाम के एप के साथ पैनल तैयार कर के दिया गया था। इसके बाद उसके पैनल से जितने भी लेनदेन होते, उसे उसका छह प्रतिशत कमीशन मिलता। उसने एक हजार रुपये प्रति आइडी की कीमत से पांच हजार आइडी बेची थी। जिसका उसे 35 हजार रुपये कमीशन मिला था।

आरोपितों में हर्ष कपूर इंजीनियर है। इसके अलावा श्यामदेव विश्वकर्मा ने डीसीए की पढ़ाई की है और वो कंप्यूटर का अच्छा जानकार है। इसके अलावा आरोपित नूतन देवांगन महज आठवीं पास है। लेकिन, वो भी कंप्यूटर की अच्छी जानकारी रखता है।

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