स्वयं का वाहन होने से परिवार के पालन पोषण में मिल रही है मददउत्तर बस्तर कांकेर, जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति कार्यालय द्वारा जिले के बेरोजगार युवकों को स्व-रोजगार स्थापित करने हेतु ऋण उपलब्ध कराया जाता है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो सकें। जिला मुख्यालय कांकेर से लगभग 70 किलोमीटर दूर स्थित दुर्गुकोंदल विकासखंड के ग्राम मदले निवासी मानकलाल आंचला ने बताया कि मेरे परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण मैं दूसरे के यहां वाहन चलाने का कार्य करता था, जिससे मुझे पर्याप्त आय नहीं मिल रहा था। मेरा सपना था कि स्वयं का पैसेंजर वाहन हो, जिससे अच्छी आमदनी प्राप्त हो सके, परंतु मैं वाहन खरीदने के लिए सक्षम नहीं था। इसी दौरान जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति कांकेर द्वारा पैसेंजर व्हीकल योजना के अंतर्गत स्थानीय समाचार पत्रों में विज्ञप्ति प्रकाशित किया गया था, जिसे पढ़कर जानकारी मिला और मैं अंत्यावसायी कार्यालय से संपर्क कर आवेदन प्रस्तुत किया। आवेदन करने के एक माह बाद अंत्यावसायी कार्यालय में चयन समिति के समक्ष उपस्थित होकर आवश्यक दस्तावेजों का सत्यापन कराया, जिसके पश्चात समिति द्वारा पैसेंजर वाहन व्हीकल के लिए मेरा चयन हुआ। जिसमें 06 लाख 85 हजार के ऋण स्वीकृत करने की कार्यवाही करते हुए मेरे पसंद के पैसेंजर व्हीकल वाहन प्रदाय किया गया। मानकलाल आंचला ने बताया कि स्वयं का पैसेंजर व्हीकल का सपना साकार हो गया, अब मैं स्वयं का वाहन चलाता हूं, जिससे मुझे प्रतिमाह 25 से 30 हजार रुपये की आमदनी होती है और प्रतिमाह 11 हजार 950 रुपये का किस्त भी जमा कर रहा हूं। मेरे परिवार में माता-पिता बहन के अलावा पत्नी एवं दो पुत्र भी है, जिसका पालन पोषण करने में मुझे आर्थिक मदद मिल रहा है। मैं राज्य सरकार के जनकल्याणकारी योजना अंतर्गत संचालित अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति का बहुत-बहुत आभारी हूं, जिसके कारण मैं अपने सपनों को साकार कर सका।
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