रायगढ़। इस जिले की पुलिस ने कोयले की अफरा-तफरी का एक बड़ा मामला पकड़ा है। यहां चिरमिरी के खदान से उड़ीसा के लिए भेजा गया कोयला रायगढ़ जिले की फैक्ट्रियों में खपाया जा रहा था। पुलिस ने कोयला परिवहन में लगी 10 गाड़ियों को पकड़कर 13 लाख का कोयला जब्त किया है।
पुलिस अधीक्षक, रायगढ़ अभिषेक मीना द्वारा थाना-चौकी प्रभारियों को कोयले की अवैध बिक्री, अफरा-तफरी और मिलावट करने वालों पर निगाह रख कर कार्यवाही का निर्देश दिया गया है, जिसके संबंध में समय-समय पर पुलिस टीमों द्वारा कार्यवाही की जा रही है। इसी क्रम में चौकी प्रभारी जूटमिल एवं साइबर सेल प्रभारी उपनिरीक्षक कमल किशोर पटेल द्वारा कोयला चोरी, अफरा-तफरी के संबंध में अपने सक्रिय मुखबिरों को अलर्ट कर जानकारी ली जा रही थी। इसी दौरान सूचना मिली कि झाड़सुगुड़ा उड़ीसा की ओर से कुछ ट्रकों में चोरी का कोयला छत्तीसगढ़ रायगढ़ लाया जा रहा है, सूचना पर चौकी प्रभारी जूटमिल ने अपने स्टाफ को रेंगलपाली चेक पोस्ट के पास नाकेबंदी के निर्देश दिए ।
जूटमिल पुलिस की मुस्तैदी पर ओडिशा की ओर से आ रही 10 ट्रकों को रोका गया। सभी वाहनों में कोयला लोड था, जिसके संबंध में चालकों से पूछताछ की गई तब बताया गया कि प्राशु गुप्ता और विकास साय, निवासी चिरमिरी द्वारा वाहनों में रानी अटारी कोल माइंस से वाहनों में कोयला लोड कराया गया और और छः – छः हजार रूपये डीजल के लिए देकर सभी वाहनों को उड़ीसा संबलपुर रवाना किया। उड़ीसा पहुंचकर प्राशु गुप्ता को फोन कर अनलोडिंग के लिए पूछा तो रायगढ़ पूंजीपथरा के फैक्ट्री में खाली करना बताया गया। यही वजह है कि सभी 10 गाड़ियां उड़ीसा से वापस छत्तीसगढ़ में रायगढ़ जिले के पूंजीपथरा में कोयला लेकर आ रही थीं।
पकड़ी गई वाहनों में लोड कोयला के संबंध में ड्राइवरों के पास कोई भी वैध कागजात नहीं था, तब वाहन में रखे कोयले, चोरी के होने की पूर्व शंका पर कार्रवाई करते हुए 10 ट्रक में 288 टन कोयला 12 लाख 91 हजार रुपए का एवं आरोपी वाहन चालकों के 08 मोबाइल सेट जप्त किए गए। गिरफ्तार 10 वाहन चालकों के अलावा इनसे मिली जानकारी के आधार पर वाहन छोड़कर भागे 04 आरोपियों एवं प्राशु गुप्ता, राजकुमार साहू और विकास साय निवासी चिरमिरी पर धारा 41(1+4)CrPC/379, 34 IPC की कार्रवाही कर गिरफ्तार किये गये 10 आरोपियों को रिमांड पर भेजा गया है। वहीं जप्त 10 ट्रकों को सुरक्षित रखवा दिया गया है।
इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक कमल किशोर पटेल, उपनिरीक्षक आर.एस. नेताम, आरक्षक धनुर्जय चंद बेहरा, प्रताप बेहरा, बनारसी सिदार, विनय तिवारी, सत्या यादव, जितेंद्र दुबे, धीरेंद्र कुमार पांडे, समीर बेक, प्रदीप कुमार मिंज और विकास सिंह प्रमुख रूप से शामिल थे। वहीं जब्त कोयले के मालिक की पतासाजी की जा रही है ।
बताया जा रहा है कि कोयले की इस तरह की अफरा-तफरी पहली बार नहीं की जा रही है। कोयला दलालों द्वारा इस तरह दूसरी फक्ट्रियों के नाम पर उठाया गया कोयला कहीं और खपा दिया जाता है। पुलिस की सक्रियता से इस तरह की गड़बड़ी पकड़ी गई है। उम्मीद की जा रही है कि जिले की पुलिस इसी तरह चौकस रहेगी तो कोयले की अफरा-तफरी पर रोक लग सकेगी।
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