रायपुर। संवाददाताः छत्तीसगढ़ के अचानकमार टाइगर रिजर्व में काला तेंदुआ यानी ब्लैक लेपर्ड देखा गया है. वह अपने जोड़ीदार के साथ कैमरे में कैद हुआ है.
हालांकि यह पहला मौका नहीं है, जब छत्तीसगढ़ के जंगलों में काला तेंदुआ देखा गया है. इससे पहले भी कई बार काले तेंदुए को देखा गया है.
अचानकमार के जंगल में ही 2011-12 में काला तेंदुआ देखने का दावा किया गया था. हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है.
अप्रैल 2018 में गरियाबंद जिले के उदंती- सीतानदी टाइगर रिजर्व में काला तेंदुआ होने की पुष्टि की गई थी. ट्रैकिंग कैमरे में काले तेंदुए यानी मेलेनिस्टिक लेपर्ड की तस्वीरें कैद हुई थीं.
मई 2020 में अचानकमार टाइगर रिजर्व में ही एक काला तेंदुआ दिखाई दिया था.
जंगल के अंदरूनी हिस्से में बाघ गणना के लिए लगाए गए कैमरे में इसकी तस्वीरें कैद हुई थीं.
ये तस्वीरें अप्रैल महीने में कैद हुई थीं, जिन्हें वन विभाग ने मई महीने में जारी किया था.
उन तस्वीरों में काला तेंदुआ जंगल में घूमते और जमीन पर लोटते हुए दिख रहा था.
इसके अलावा 2004-04 में सक्ती के पास काला तेंदुआ पिंजरे में फंस गया था.
उसे बिलासपुर के कानन पेंडारी चिड़ियाघर लाया जा रहा था, लेकिन सफर के दौरान पिंजरे से निकलने की कोशिश में वह काफी घायल हो गया था.
जिसे बाद में बचाया नहीं जा सका और उसकी मौत हो गई.
पशु चिकित्सकों के मुताबिक, त्वचा में मैलेनिन ज्यादा होने के कारण तेंदुए का रंग काला पड़ जाता है.
इसके अलावा जीन में आए बदलाव के कारण भी इनका रंग काला होता है.
मेलानिस्टिक तेंदुओं को आमतौर पर काला तेंदुआ या ब्लैक लेपर्ड कहा जाता है.
यह आनुवांशिक होता है. इनके शावक पीले या काले रंग के भी हो सकते हैं, लेकिन रंग में बदलाव का असर उनकी जीवनशैली पर नहीं पड़ता है.
डाक्टरों के मुताबिक, मेलेनस्टिक बढ़ने के कारण किसी भी वन्य प्राणी का रंग पूरे शरीर में ज्यादा उभरता है.
इसी तरह एल्बिनों के कारण शरीर का रंग हल्का होता है. सफेद बाघ, भालू, कौआ इसके उदाहरण हैं.
अचानकमार टाइगर रिजर्व में काला तेंदुआ दिखने की जानकारी विश्व बाघ दिवस के अवसर पर वन मंत्री केदार कश्यप ने अपने एक्स हैंडल पर साझा की थी.
अचानकमार टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर यूआर गणेश ने भी इसकी पुष्टि की थी.
यूआर गणेश ने काले तेंदुए की तस्वीर मीडिया को उपलब्ध कराई है. जिसमें काला तेंदुआ अपने सामान्य जोड़ीदार के साथ दिख रहा है.
जोड़ी में देखे जाने के कारण लोग अभी से उनके शावकों के रंग को लेकर कयास लगाना शुरू कर दिए हैं.
हालांकि अगर ऐसा हुआ तो काले तेंदुए के कुनबे में और बढ़ोत्तरी हो जाएगी.
The post छत्तीसगढ़ में मिलता रहा है काला तेंदुआ appeared first on सेंट्रल गोंडवाना ख़बर, ख़बर दुनिया भर.