बिलासपुर—मैदानी स्तर पर योजनाओं को जांच परखने कलेक्टर अवनीश शरण और पुलिस कप्तान रजनेश सिंह अचानक कोटा ब्लॉक पहंचे। कई गांवों का सघन भ्रमण कर शासकीय योजनाओं की स्थिति का जायजा लिया। भ्रमण के दौरान कलेक्टर बेलगहना स्थित अस्पताल पहुंचे। इस दौरान उन्हें जानकारी मिली कि डॉक्टर स्पर्श गुप्ता पिछले एक साल से बिना सूचना नदारद हैं। कलेक्टर-एसपी नेकोंचरा, केंदा, समेत अन्य गांवों का भी दौरा किया।
शासकीय योजनाओं का जमीनी स्तर पर जायजा लेने कलेक्टर अवनीश शरण और पुलिस कप्तान कोटा ब्लाक में धावा बोला। दोनो अधिकारी बेलगहना औचक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे। पंजीयन, औषधि कक्ष, ओपीडी, महिला वार्ड, पुरुष वार्ड समेत पूरे अस्पताल का मुआयना किया। स्वास्थ्य विभाग कर्मचारियों से मलेरिया प्रकोप से पैदा हुआ हालात पर चर्चा की। कलेक्टर और एसपी ने मितानिनों से भी संवाद किया।
स्वास्थ्य कर्मचारियों से बातचीत के दौरान कलेक्टर ने निर्दश दिया कि मलेरिया मरीज मि ले या नहीं मिले..लेकिन डोर टू डोर सर्वे का काम बंद नहीं होना चाहिए। सभी चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को मुख्यालय में रहने को कहा। बीएमओ को निर्देश दिया कि अस्पताल में एएनसी जांच नियमित रूप से करवाएं। इस दौरान कलेक्टर ने मितानिनों से नियमित मानदेय को लेकर भी बातचीत की।
तहसील कार्यालय पहुंचकर निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने तहसीलदार को नई बिल्डिंग में शिफ्ट होने को कहा। कार्यालय में राजस्व अभिलेखों और दस्तावेजों का अवलोकन किया। अविवादित नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन भू-अर्जन से लंबित प्रकरणों का समय पर निराकृत कर रिकार्ड दुरूस्त करने को कहा। कलेक्टर ने काम काज लेकर तहसील कार्यालय पहुंचे किसानों की समस्याओं को सुना।
कलेक्टर और एसपी ने बेलगहना थाना का भी निरीक्षण किया। इसके बाद दोनो अधिकारी कोंचरा स्थित प्राथमिक स्कूल पहुंचे। बच्चों के लिए तैयार मध्यान्ह भोजन को चखा। पहली और पांचवी कक्षा के बच्चों से पढ़ाई लिखाई जानकारी ली। इस दौरान कलेक्टर और एसपी ने बच्चों को चॉकलेट बांटा।खूब मन लगाकर पढ़ने को भी कहा।
कलेक्टर केंदा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का भी निरीक्षण करने पहुंचे। अस्पताल निरीक्षण के बीच कर्मचारियों ने कलेक्टर को बताया कि केन्द्र में लैब टेक्नीशियन नहीं है। कलेक्टर ने तत्काल जिला मलेरिया अधिकारी डॉ अनिल श्रीवास्तव को लैब टेक्नीशियन उपलब्ध कराने को कहा। मितानिनों से चर्चा कर अवनीश शरण ने जोर देकर कहा कि मलेरिया मरीजों की पड़ताल करें। उन्होने 108 और बाइक एंबुलेंस की सेवा लेने की बात कही।
कलेक्टर ने केंदा स्थित प्री मैट्रिक छात्रावास का भी जायजा लिया। कलेक्टर को जानकारी मिली कि छात्रवास में 70 छात्र रहते हैं। उन्होंने किचन समेत पूरे छात्रावास को घूम-घूम कर देखा बारीकी से देखा। छात्रों को बताया कि मच्छरदानी लगाएं। और मच्छरों से खुल का बचाव करें।