बिलासपुर—यह क्या बात हुई कि लखमा और कांग्रेस नेता हाना बोले…और हमारे नेता को मरने की बात कहें…ऐसा आचरण 6 बार के विधायक और मंत्री को शोभा नहीं देता है। हमने चुनाव आयोग से शिकायत की है। लखमा के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं। यह बातें तखतपुर विधायक धर्मजीत सिंह ने पत्रकार वार्ता के दौरान कही। लखमा ने बताया कि कांग्रेस नेता लगातार खालिस्तानियों और नक्सलियों की भाषा बोल रहे है। इनके बयानों से षड्यंत्र की बू आ रही है। पहले चरणदास महंत, फिर पूर्व मुख्यमंत्री..शिव डहरिया और अब लखमा प्रधानमंत्री को मारने और मरने की बात कह रहे हैं।
भाजपा कार्यालय में तखतपुर विधायक धर्मजीत सिंह ने पत्रकारों के साथ संवाद किया। धरमजीत ने इस दौरान न केवल पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया। बल्कि कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। धरमजीत सिंह ने कहा कि पूर्व मंत्री और बस्तर लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा ने प्रधानमंत्री के लिए असंसदीय भाषा का प्रयोग किया है। इसके पहले डॉ.चरमदास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और शिव डहरिया ने भी प्रधानमंत्री के खिलाफ अनर्गल बयान दिया था।
तखतपुर विधायक ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस नेता नक्सलियों और खालिस्तानियों की तरह बयानबाजी कर रहे हैं। इसके बयान में साजिश की बू आ रही है। उन्होने बताया कि लखमा ने बस्तर से “कवासी जीतेगा- मोदी मरेगा” कहा है। देश के प्रधानमंत्री के लिए इस तरह का बयान अशोभनीय है।
धरमजीत सिंह ने कहा कि कवासी लखमा पहले भी झीरम समेत कई मामलों में संदिग्ध हैं। झीरम का सबूत भूपेश बघेल भी अपने जेब में लेकर चलते थे। लेकिन दिखाया कभी नहीं। राजनांदगाव में पूर्व स्पीकर प्रधानमंत्री का सिर लाठी से फोड़ने की बीत कही थी। मोदी को चीन भेजने की बात भी कही गयी। मोहला मानपुर के नक्सली सूरजू टेकाम भाजपा के लिए वोट माँगने वालों को काटने की बात कही। बयान के बाद भाजपा के एक नेता की हत्या हो गयी। इसके बाद भाजपा नेताओं की हत्या लगातार हो रही है।
धरमजीत ने दुहराया कि पंजाब में प्रधानमंत्री को घेरकर मारने की साजिश रची गयी। मोदी बाल- बाल बचे। ख़ालिस्तानियों की रैली में ‘मर जा मोदी, मर जा मोदी’ के नारे लगाए गये। उन्होने बताया कि नक्सली कांग्रेस को वोट देने के लिए डरा धमका रहे हैं। हत्या की धमकी भी दे रहे हैं।
लखमा के बयान पर मंत्री की तरफ से कांग्रेेस के अंतिम संस्कार कहे जाने के सवाल धऱमजीत सिंह ने कहा कि अंतिम संस्कार असंसदीय आचरण में नहीं आता है। उन्होने इस बात का भी जिक्र किया कि निश्चित रूप से सदन में लखमा के बयान को दूध भात कह कर छोड़ दिया जाता था। लेकिन यहां तो उन्होने सोची समझी रणनीति के तहत मोदी को मारने की बात कह रहे हैं। वह पढ़े लिखे नहीं है…इसलिए सदन में उनके बयान को हमने कभी गंभीरता से नहीं लिया है। प्रेसवार्ता में भाजपा जिलाध्यक्ष रामदेव कुमावत, मीडिया प्रभारी प्रणव शऱ्मा, के के शर्मा, राज यादव विशेष रूप से मौजूद थे।