सूरजपुर: जिले के प्रेमनगर विकास खंड के संकुल स्त्रोत समन्वयको का एक दल बीते दिनों ब्लॉक के बीईओ की कार्यशैली से आहत होकर समस्याओं के निराकरण के लिए जिले के अधिकारियो से मिला।
उनकी पांच सूत्रीय समस्याओं का समाधान न होने की स्थिति में सभी शैक्षिक समन्वयक का पद से सामूहिक त्यागपत्र देने का ज्ञापन सौंपा है।
प्रेमनगर के शैक्षिक समन्वयक का कहना है कि प्रेमनगर विकास खंड के शिक्षा अधिकारी का प्रधान पाठकों की बैठक लेकर निर्देशित किया जाता है कि सभी सी.ए.सी. लोगों का कोई भी बात न माने जो भी बात हो सीधे मेरे से आकर मिलना यह कहा जा रहा है जिसकी वजह से सी.ए.सी जब शाला अवलोकन के लिए जाते है तो दिये गये आवश्यक निर्देशों को मानने से प्रधान पाठक कतराते हैं। जिसके कारण व्यवस्था प्रभावित होती है।
ज्ञापन में सी.ए.सी. कहते है किहमे डाकिया समझा जा रहा है अन्य विभाग के कार्यों के ज्यादा दबाव बनाया जाता है। यही नहीं रात के 11-12 बजे तक फोन एवं वाट्सएप के माध्यम से बार-बार वही जानकारी मांगी जा रही है।
व्यवस्था को कागजों से परे वॉट्सएप में लाया जा रहा है। सी.ए.सी. की शालाओं में अवलोकन के दौरान जानबूझकर जाकर उनके उपस्थिति पंजी में प्रश्न चिन्ह लागाया जाता है।
विकासखंड शिक्षा अधिकारी के ऐसे व्यवहार से दुखी होकर संकुल स्त्रोत समन्वयको ने एक अवसर की गुंजाइश रखते हुए अधिकारी के कार्यशैली में सुधार की उम्मीद के साथ ज्ञापन सौंपा है यदि पत्राचार पर भी कोई सकारात्मक परिणाम नहीं आए तब की स्थिति में सभी संकुल समन्वयक अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं।