पेट्रोल और डीजल की कीमत को लेकर अक्सर राजनीति होती है। विपक्षी दलों की ओर से यह बताया जाता है कि क्रूड की कीमत कम होने के बावजूद दाम नहीं गिर रहे हैं। अब केंद्र सरकार की ओर से पूरा अध्ययन कर बताया गया है कि भाजपा शासित राज्यों में पट्रोल की कीमत पड़ोसी गैर भाजपा राज्यों के मुकाबले 12 रुपये तक और डीजल तकरीबन 10 रुपये प्रति लीटर तक सस्ती है।
पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्रालय की तरफ से तैयार आंकड़ों के मुताबिक असम राज्य में पड़ोसी प्रदेश पश्चिम बंगाल के मुकाबले पेट्रोल नौ रुपये तक सस्ता है। जबकि डीजल 4.46 रुपये प्रति लीटर तक सस्ता है। इसी तरह से अगर भाजपा शासित कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में तुलना करें तो पेट्रोल 7.73 रुपये और डीजल 9.93 रुपये प्रति लीटर तक का अंतर है। उत्तर प्रदेश और बिहार में तुलना करें तो यूपी में पेट्रोल बिहार के मुकाबले 10.67 रुपये सस्ता है।
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी पूर्व में भी कई बार गैर भाजपा शासित राज्यों से आग्रह कर चुके हैं कि वह पेट्रोलियम उत्पादों पर मूल्य वर्द्धित शुल्क (वैट) की दरों को कम करें ताकि वैश्विक स्तर पर क्रूड की बढ़ती कीमतों के असर को कम किया जा सके। पिछले वर्ष जब कच्चे तेल की कीमतें एक समय 130 डॉलर प्रति बैरल तक चली गई थी तब केंद्र सरकार ने भी उत्पाद शुल्क में कटौती की थी और भाजपा शासित कई राज्यों ने वैट की दरों को घटाया था। जबकि दूसरी पार्टियों की राज्यों ने ऐसा नहीं किया था।
पेट्रोलियम मंत्रालय ने भारत में पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों का पड़ोसी देशों के साथ भी एक तुलनात्मक डाटा दिया है। इसके मुताबिक मार्च, 2022 से मार्च, 2023 के दौरान पाकिस्तान में पेट्रोल 22 फीसद, बांग्लादेश में पेट्रोल 28 फीसद, श्रीलंका में 38 फीसद और नेपाल में 20 फीसद महंगा हुआ है, लेकिन भारत में पेट्रोल की खुदरा कीमतें 5 फीसद सस्ती हुई हैं। इन देशों में डीजल की कीमतें क्रम वार तरीके से 45 फीसद, 20 फीसद, 104 फीसद और 26 फीसद महंगी हुई है जबकि भारत में दो फीसद सस्ती हुई है।
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