जयपुर। राजस्थान पुलिस द्वारा प्रदेश के 25 लोक सभा निर्वाचन क्षेत्रों में आगामी 19 अप्रेल व 26 अप्रेल को दो चरणों में होने वाले चुनावों में स्वतंत्र, निष्पक्ष,भयमुक्त एवं पारदर्शी मतदान कराने के लिए निरंतर प्रभावी कदम उठाए जा रहे है।
आमजन के बीच पारदर्शी तरीके से मतदान को लेकर विश्वास कायम करने के लिए सभी जिलों और लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में पुलिस द्वारा वांछित अपराधियों की धरपकड़, लाइसेंसी हथियार जमा कराने, अवैध हथियारों एवं मादक पदार्थो की जप्ती के साथ ही संवेदनशील क्षेत्रों में फलैग मार्च भी किया जा रहा है। पुलिस मुख्यालय के स्तर से इसकी राउंड द क्लॉक मॉनिटरिंग की जा रही है।
प्रदेश में सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स की 25 कम्पनियां तैनात—अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस कानून एवं व्यवस्था बंसल ने बताया कि लोकसभा चुनावों को लेकर पुलिस मुख्यालय द्वारा पिछले दो महीनों से लगातार तैयारी की जा रही है।
गत 7 मार्च को राजस्थान पुलिस को सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स की 25 कंपनी उपलब्ध कराई गई है, इन सभी कम्पनीज को समस्त 25 लोकसभा क्षेत्र में तैनात कर दिया गया है। जो सभी जिलों में स्थानीय पुलिस अधिकारियों के साथ फ्लैग मार्च कर गरीब और कमजोर वर्ग के व्यक्तियों के बीच निडरता के साथ अपने मताधिकार के प्रयोग के लिए माहौल तैयार कर रही है। राजस्थान पुलिस की धरातल पर यह एक्सरसाइज सभी वर्गों के बीच यह विश्वास पैदा कर रही है कि राजस्थान में शांतिपूर्ण, भय मुक्त, निष्पक्ष और पारदर्शी मतदान सुनिश्चित किया जाएगा।
आपराधिक तत्वों पर शिकंजा—
श्री बंसल ने बताया कि पुलिस मुख्यालय की ओर से योजनाबद्ध कार्यवाही करते हुए प्रदेश के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में ऐसे असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर उन्हें पाबंद करवाया जा रहा है, जो मतदान प्रक्रिया को प्रभावित कर सकते है। जिलों में पुलिस द्वारा आपराधिक तत्वों पर निरंतर शिकंजा कसा जा रहा है, जिसकी प्रतिदिन रिपोर्ट ली जा रही है।
उन्होंने बताया कि जिलों में अवैध हथियार, मादक पदार्थ एवं शराब तस्करों के मूवमेंट पर निगरानी रखकर उनके सभी सम्भावित रुट एवं चैनल्स को चिन्हित कर लिया गया है और जिलों में पुलिस द्वारा उनकी गतिविधियों पर लगाम कसने के लिए निरोधात्मक कार्रवाई निरंतर जारी है।
इसके साथ राजस्थान पुलिस द्वारा ऐसे तस्करों को गिरफ्तार कर हथियार, मादक पदार्थ एवं अवैध शराब को भी जप्त किया जा रहा है। सभी लोकसभा क्षेत्र में मतदान प्रक्रिया में सम्भावित बाधक आपराधिक व असामाजिक तत्वों को सूचीबद्ध कर उनके विरुद्ध उचित विधिक कार्यवाही भी की जा रही है।
पड़ौसी राज्यों की पुलिस से समन्वय—
एडीजी श्री बंसल ने बताया कि प्रदेश के सभी पड़ौसी राज्यों से लगने वाली अंतरराज्यीय सीमा पर चैक पोस्ट स्थापित किये गए हैं। इन पर अवैध सामग्री एवं अवांछनीय व्यक्तियों के राज्य में प्रवेश को रोकने के लिए निगरानी रखी जा रही है। इसके अतिरिक्त पड़ौसी राज्यो की पुलिस के साथ सतत समन्वय ओर उनके साथ जिला पुलिस टीमों की मीटिंग के जरिए एक दूसरे के वांछित अपराधियों की सूची का आदान प्रदान करते हुए उनकी धरपकड़ जारी है।
अब तक 75 प्रतिशत लाइसेंसी हथियार जमा—
श्री बंसल ने बताया कि लोकसभा चुनाव की औपचारिक घोषणा के बाद आदर्श आचार संहिता लगते ही राजस्थान पुलिस द्वारा लाइसेंस हथियार धारकों को अपने हथियार पुलिस थानों या डीलर के पास जमा कराने के लिए पाबंद किया गया है। इसके अंतर्गत करीब 75 प्रतिशत हथियार अब तक जमा किए जा चुके हैं, बाकी हथियारों को भी जमा करने की कार्रवाई जारी है।