बिलासपुर—पुराना बस स्टैंड से लगे इमलीपारा रोड की दुकानों को तोड़ने के खिलाफ पूर्व विधायक शैलेष पांडेय ने नगर निगम प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पूर्व विधायक ने कलेक्टर से मुलाकात कर व्यापारियों को मुआवजा और विस्थापन की व्यवस्था करने की मांग की है। व्यापारियों के हितों को दककिनार किए जाने पर शैलेष ने आंदोलन की चेतावनी भी दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव के पहले बुलडोजर दिखाया था…अब जनता को समझ आने लगा है कि शहर के गरीबों, व्यापारियों की रोजी-रोटी का मालिक भगवान है।
बताते चलें कि नगर निगम ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत पुराना बस स्टैंड से इमलीपारा रोड तक फोरलेन सड़क बनाने की योजना तैयार किया। विस्थापन के भय से 86 दुकानदारों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर किया। लम्बी सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने व्यापारियों की याचिका को खारिज करते हुए दुकानों को हटाने और व्यवस्थापन का आदेश दिया।
हाईकोर्ट आदेश की उड़ाई धज्जियां
हाईकोर्ट के आदेश पर मंगलवार को नगर निगम प्रशासन ने व्यापारियों के साथ बैठक कर दुकानों को खाली करने को कहा। इस दौरान व्यापारियों ने रोजी रोटी का हवाला देकर दुकान हटाने का विरोध किया। साथ ही व्यवस्थापन को लेकर आवाज भी बुलन्द किया। लेकिन नगर निगम ने 48 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए दुकान खाली करने का फरमान जारी कर दिया। बुधवार से शुरू होकर दो दिनों तक निगम ने व्यापारियों की दुकानों को जमीदोज किया। इस बीच अपने बचावन में वयापारियों की टीम ने पूर्व विधायक शैलेष पाण्डेय से गुहार लगाई। पूर्व विधायक ने यथा संभव मदद और प्रयास का भरोसा दिया।
व्यापारियों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे पूर्व विधायक
इसी क्र में शुक्रवार को पूर्व विधायक शैलेष पांडेय अपने समर्थक और कांग्रेस नेताओं के साथ व्यापारियों को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने कलेक्टर अवनीश शरण से मुलाकात कर व्यापारियों के पक्ष को रखा। उन्होंने बताया कि निगम प्रशासन ने हाईकोर्ट के आदेशों की अवहेलना करते हुए व्यापारियों की दुकानों पर बुलडोजर चलाया है। हाईकोर्ट ने व्यापारियों के व्यास्थापन करने का निर्देश दिया। बावजूद इसके निगम प्रशासन ने नो तो व्यवस्थापन किया और ना ही दूकानों पर बुलडोजर चलने से ही रोका। इससे व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ है। उन्हें अपना लाखों रूपयों का सामान भी हटाने का मौका नहीं दिया गया।
शैलैष पाण्डेय ने बताया कि पुराना बस स्टैंड स्थित दूकानों से व्यापारियों की रोजी-रोटी और परिवार का गुजारा चलता है। कार्रवाई के बाद व्यापारियों के सामने रोजी-रोटी की संकट खड़ी हो गयी। पूरा परिवार सड़क पर आ गया है। शैलैष पाण्डेय ने पत्रकारों को बताया कि व्यापारियों की गुहार को कलेक्टर ने गंभीरता से लिया है। साथ ही यथा संभव व्यापारियो के हित में उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
भाजपा ने पेट पर चलाया बुलडोजर
पूर्व विधायक शैलेष पांडेय ने कहा कि भाजपा सरकार में नगर निगम प्रशासन ने व्यापारियों की दुकानों को ढहा कर अमानवीय कृत्य किया है। दुकानें तोड़ने के पहले व्यापारियों को समय दिया जाना जरूरी था। स्मार्ट सिटी के नाम पर भाजपा शासन काल में बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ की जा रही है। स्मार्ट सिटी के नाम पर पहले लोगों को बेघर किया जा रहा है। यह जानते हुए भी कि शहर में आधे अधूरे कई प्रोजेक्ट को पूरा नहीं किया गया है। अब दूकानों को तोड़कर व्यापारी वर्ग को बेवजह परेशान किया जा रहा है। पूर्व विधायक ने कहा कि शहर विधायक गरीबों को पक्का मकान और बसाहट की बात कह रहे हैं। लेकिन डबल इंजन की सरकार घर उजाड़ने को लेकर बुलडोजर लेकर घूम रही है।
समस्या का समाधान नहीं तो आंदोलन
पूर्व विधायक ने व्यापारियों की समस्या का समाधान नहीं होने की सूरत में आंदोलन का एलान किया है। उन्होने कहा कि धरना-प्रदर्शन करेंगे। बेपटरी भाजपा सरकार को पटरी पर लाएंगे। व्यापारियों और गरीबों के साथ अन्याय किसी भी सूरत में बर्दास्त नहीं करेंगे।