बिलासपुर—पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने ज़िले के 100 से अधिक बैंक मैनेजरो के साथ बैठक बैंक सुरक्षा को लेकर संवाद किया। बैठक में प्रमुख रूप से एसबीआई, पीएनबी, आईसीआईआई , छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक, समेत सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया और अन्य बैंको के मैनेजर ने हिस्सा लिया। इस दौरान पुलिस कप्तान ने एटीएम फ्रॉड ,ऑनलाइन ठगी,उठायी गिरी , बैंकिंग फ्रॉड ,से संबंधित मुद्दों को लेकर अधिकारियों के साथ विचार विमर्श किया। बैंक गार्ड ,लॉक सिस्टम ,अलार्म सिस्टम ,सीसीटीवी कैमरा ,सुरक्षा उपकरण , फ़ायर अलार्म संबंधित सुरक्षा आडिट पॉइंट को लेकर जांच पड़ताल किया।
पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने बढ़ते बैंकिंग और साइबर अपराध को लेकर जिले के सभी बैंक प्रबंधकों के साथ बैठक किया है। पुलिस कप्तान ने कहा कि बैंकिंग फ़्रॉड ,एटीएम फ्रॉड ,ऑनलाइन ठगी, उठायी गिरी ,बैंक और पुलिस के समन्वय से दूर किया जा सकता है। दोनों ही संस्था का प्रमुख काम आम नागरिको की सेवा और सुरक्षा करना है। देखने में आ रहा है कि पिछळे कुछ सालों से ऑनलाइन फ़्रॉड ,एटीएम फ्रॉड ,की घटना के तरीको में बदलाव आया है। जरूरी है कि बैंक और पुलिस सिस्टम को पूरी तरह से अपडेट रखा जाए। साथ ही आम लोगो और ग्राहकों को जागरूक किया जाए।
रजनेश सिंह ने कहा कि बैंक की भूमिका हमेशा से महत्वपूर्ण रही है। बैंक प्रबंधन से अपेक्षा है कि बैंक में आने वाले सभी ग्राहकों, नागरिकों को ऑनलाइन फ़्रॉड ,एटीएम फ्रॉड ,उठायी गिरी ,लूट या छीना झपटी से बचाने का प्रबंध करें। पैसा निकालने से लेकर घर जाने तक सावधानी के तौर तरीके बताएं। बैनर ,पोस्टर के माध्यम से लोगों को जागरूक करे ।
उन्होने कहा कि सभी बैंक में गार्ड अनिवार्य रूप से रखें। सावधानी को ध्यान में रखते हुए रजिस्टर मेन्टेन करें। आने जाने वालों को रजिस्टर में इंद्राज करे। ,बैंक के अन्दर और बाहर रोड को कवर किए हुए सीसीटीवी कैमरा लगाए। बीच बीच कैमरों को मेंटेनेन्स भी करें। घटना होने की सूरत में सीसीटीवी फुटेज अपराधियों को पकड़ने हमेशा सहायक साबित होते हैं। सभी बैंकों में अलार्म सिस्टम, फ़ायर अलार्म , लॉक सिस्टम अनिवार्य रूप से हो ।
गोल्ड लोन बैंकरो को पुलिस कप्तान ने निर्देश दिया कि गोल्ड लोन देने से पहले आईडी कार्ड ,आधार कार्ड और गोल्ड के बिल को जरूर देखें। पुलिस भी समय समय में चलित थाना /जन चौपाल के माध्यम से जनता को जागरूक करें।