शहर को भिक्षुक मुक्त बनाने के लिए महिला बाल विकास विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 14 भिक्षुओं को पकड़ा. टीम उस वक्त हैरान हो गई,
जब उसने एक महिला के पास से 75,000 रुपए मिले, जो उसने 10-12 दिनों में भिक्षा मांगकर जुटाए थे. सभी भिक्षुओं को उज्जैन के सेवा धाम आश्रम भेजा गया है, जहां काउंसलिंग के जरिए उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा.
परियोजना अधिकारी दिनेश मिश्रा ने बताया कि उनकी टीम ने राजवाड़ा स्थित शनि मंदिर के पास भीख मांग रही एक महिला को पकड़ा. उसने अपनी साड़ी में 75 हजार रुपये छुपाए थे. यह राशि उसने 10-12 दिनों में भिक्षा मांगकर जमा की थी. महिला इंदौर के पालदा इलाके की रहने वाली है.
महिला बाल विकास विभाग ने सभी भिक्षुओं को उज्जैन के सेवा धाम आश्रम भेज दिया है. वहां उनकी काउंसलिंग की जा रही है, ताकि उन्हें भिक्षावृत्ति छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके.