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भूकंप के झटके से कांपा बिलासपुर–50 किलोमीटर दूर सिलपहरी बना इपीसेन्टर…जीपीएम और अनूपपुर की धरती डोली

बिलासपुर—रविवार दोपहर करीब 2 बजकर 18 मिनट पर बिलासपुर में भूकंप का हल्का झटका महसूस किया गया है। रिक्टर स्केल पर झटके की तीब्रता करीब 3.1 मापी गयी है। यानी दोपहर में बिलासपुर को भूकंप का झटका लगा है। यह जानकारी राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने दी है। यद्यपि भूकंप से कही कोई जान माला का नुकसान नहीं हुआ है। ज्यादातर लोगों को इसकी जानकारी भी नहीं हुई है।

बिलासपुर में दोपहर करीब 2 बजकर 18 मिनट पर भूकंप का झटका आया है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसा्र भूकंप का झटका रिक्टर स्केल पर 3.1 दर्ज किया गया है। जो अभी तक का नया रिकार्ड है।  मौसम विभाग के अनुसार दोपहर 12.55 से 1 बजे के बीच गौरेला-पेंड्रा मरवाही समेत मध्य प्रदेश के अमरकंटक और अनूपपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्र में भूकंप का अहसास किया गया।

भूकंप विज्ञान केन्द्र के अनुसार भूकंप का केंद्र बिलासपुर से करीब 50 किलोमीटर उत्तर सिलपहरी, डांडजमड़ी के बीच है। भूकंप का यह नया केंद्र रिकॉर्ड दर्ज हुआ है। इसी क्रम में बिलासपुर में 3.1 तीव्रता के भूकंप का हल्का झटका महसूस किया गया।। बिलासपुर में 3.1 तीव्रता का भूकंप केन्द्र भूतल से करीब 5 किलोमीटर गहराई में दर्ज हुआ है। यहां से अमरकंटक हिल रेंज शुरू होती हैं।

भूकंप विज्ञान से मिली जानकारी के अनुसार रेंज से छत्तीसगढ़ के कोरबा, सरगुजा, सूरजपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर से होकर फॉल्ट लाइन गुजरती है। क्षेत्र में इसके पहले भी भूकंप के कई केंद्र रिकॉर्ड किए जा चुके हैं। बताते चलें कि 19 दिन पहले अंबिकापुर में भी रिक्टर स्केल पर 3.3 तीब्रता का भूकंप झटका महसूस किया गया था। भूकंप का केंद्र 132 किलोमीटर दूर मध्यप्रदेश के सिंगरौली में था । यद्यपि 3.3 का झटका छत्तीसगढ की आबादी के आधार पर बहुत ही सामान्य माना जाता है।

रिक्टर स्केल पर माइक्रो कैटेगरी के 8,000 भूकंप दुनियाभर में रोज दर्ज किए जाते हैं।  2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में दर्ज किया जाता है। इस स्तर का 1,000 भूकंप का झटका दुनिया में रोजाना आते रहते हैं। इसे सामान्य तौर पर महसूस नहीं किया जाता है। जबकि 3.0 से 3.9 तीव्रता वाला भूकंप लाइट केटेगरी का होता है।

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