बिलासपुर—व्यापार विहार स्थित त्रिवेणी भवन सभागार में युवा संसद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में 8 जिलों के 350 प्रतियोगियों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में जांजगीर जिले के बच्चों ने प्रथम स्थान हासिल किया है।
स्कूली बच्चों को संसदीय कार्यप्रणाली से परिचित कराने को लेकर संसदीय कार्यविभाग छत्तीसगढ़ और स्कूल शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में संभाग स्तरीय युवा संसद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । प्रतियोगिता का आयोजन व्यापार विहार स्थित त्रिवेणी भवन में किया गया। प्रतियोगिता में आठ जिलों के साढ़े तीन सौ बच्चों ने हिस्सा लिया।
युवा संसद में प्रश्नकाल से लेकर ध्यानाकर्षण तक में देश के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चाएं हुई। इस दौरान एक बारगी तो यह यकीन ही नहीं हो रहा था कि बच्चे विद्यार्थी नहीं बल्कि सांसद हैं। बच्चों ने कार्यक्रम को लेकर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि हमें पहली बार लोकतंत्र की महत्ता का पता चला। इस बात का एहसास हुआ कि कैसे देश को सुचारू रूप से चलाने में सदन का अहम योगदान है । सदन में कैसे देश की दशा और दिशा तय की जाती है।
शिक्षा विभाग के संयुक्त संचालक आर. पी. आदित्य ने बताया कि प्रतियोगिता का उद्देश्य बच्चों में लोकतंत्र की समझ और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति आस्था पैदा करना है। देश के भविष्य को बताना है कि अलग-अलग मुद्दों पर स्वस्थ चर्चा कैसे होती है। कार्यक्रम में अलग-अलग 8 जिलों के 350 विद्यार्थियो ने भाग लिया। सदन के सदस्य के रूप में बच्चों ने प्रस्तुति देकर कार्यक्रम की गरिमा को बढ़ाया है।
प्रतियोगिता में टीम ने मारी बाजी
प्रतियोगिता में प्रथम स्थान जिला जांजगीर-चांपा ने हासिल हआ। जांजगीर के बच्चों ने 300 में 193 अंक अर्जित किया। 185 अंक के साथ गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिला ने प्रतियोगिता में दुसरा स्थान बनाया। तीसरे स्थान पर जिला मुंगेली की टीम ने 179 अंक हासिल किया है।