जकार्ता 16 अक्टूबर।लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध से खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा का संकट और गहरा गया है।
श्री बिरला आज यहां जी-20 देशों की संसद के पीठासीन अधिकारियों के 8वें शिखर सम्मेलन-पी-20 को सम्बोधित कर रहे थे। यह सम्मेलन “प्रभावी संसद, जीवंत लोकतंत्र” विषय पर आधारित था।उन्होंने कहा कि भारत का यह दृढ़ विश्वास है कि विश्व के समग्र विकास के लिए ऐसे संघर्षों का समाधान आपसी बातचीत और राजनयिक प्रयासों के जरिये किया जाना चाहिए।
उन्होंने इस अवसर पर ‘उभरते मुद्दे- खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा तथा आर्थिक चुनौतियां’ पर एक चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि कोविड महामारी के कारण पूरी दुनिया में खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा का संकट पैदा हुआ है। रूस और यूक्रेन के युद्ध से यह समस्या और विषम हो गई है।उन्होंने कहा कि भारत हमेशा से नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था का समर्थक रहा है। भारत ने वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए बहुपक्षवाद का समर्थन करने का आह्वान किया है ताकि दुनिया आने वाली चुनौतियों का सामना करने और उनका समाधान खोजने के लिए एकजुट हो सके।
श्री बिरला ने कहा कि भारत का लक्ष्य युवाओं को संसद से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए संसद द्वारा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि पिछले 75 वर्षों में भारत का लोकतंत्र अधिक सशक्त और जीवंत हुआ है। भारतीय संसद लोगों के समावेशी सामाजिक और आर्थिक विकास का मार्ग प्रशस्त करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है।