एसटीएफ और एटीएस की संयुक्त टीमों ने लखनऊ और सीतापुर में छापेमारी की। इस दौरान कुल 8 सदस्यों को उठाया गया है। पीएफआइ के सक्रिय सदस्यों की तलाश में खैराबाद व रामपुर कला इलाके में छापेमारी की। सीतापुर में दो तो लखनऊ में छह सदस्यों को हिरासत में लिया गया है।
अलग-अलग जगहों से दो संदिग्धों को उठाया गया है इन संदिग्धों से शहर कोतवाली इलाके में पूछताछ की जा रही है।फिलहाल, पुलिस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। बताया जा रहा है कि सोमवार की देर 1:30 बजे से दो बजे के बीच एसटीएफ और एटीएस की टीम खैराबाद के असोडर गांव पहुंची। यहां से एक युवक को हिरासत में लिया गया। उधर, छापेमारी से गांव में चर्चाएं तेज हो गई हैं। सुबह तक ग्रामीण यह ही नहीं समझ सके कि युवक को कौन ले गया है।
संयुक्त टीमों ने रामपुर कला इलाके से भी एक युवक को हिरासत में लिया है। युवकों से पूछताछ की जा रही है।पकड़े गए युवकों का पीएफआइ से संबंध बताया जा रहा है। चर्चा यह भी है कि टीम ने शहर के एक मुहल्ले में भी तलाश की है। पुलिस इस मामले में अभी कुछ भी बता नहीं रही है। युवकों के कहां-कहां कनेक्शन हैं, यह भी स्पष्ट नहीं हो पा रहा।
लखनऊ में पीएफआई के छह सदस्यों को पकड़ा : बीकेटी के अचरामऊ गांव में एटीएस और एसटीएफ ने मंगलवार तड़के करीब 3:00 बजे छापेमारी की। छापेमारी में ग्राम प्रधान के अरशद के भाई के अलावा पीएचडी छात्र और प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक समेत छह लोगों को पकड़ा। ग्राम प्रधान अरशद मौके से भाग निकला। छापेमारी के दौरान एसटीएफ और एटीएस की टीम ने पूरे गांव की घेराबंदी की थी।
ग्राम प्रधान अरशद के घर से सीसी कैमरा, डीवीआर, कंप्यूटर, लैपटॉप, पासबुक, और 6 मोबाइल कब्जे में ले लिया। इसके बाद ग्रामीण अब्दुल रब के घर टीम पहुंची टीम ने छापेमारी कर अब्दुल के बड़े बेटे अब्दुल वहीद और छोटे मजीद उर्फ हैदर को पकड़ा। वहीद साड़मऊ गांव में प्राथमिक विद्यालय में टीचर है। अब्दुल मजीद उर्फ हैदर सीमैप से एग्रीकल्चर में पीएचडी कर रहा है। इसके बाद रेहान और उसके है सलमान को पकड़ा। रेहान दो साल तक सऊदी में रहा। एटीएस की टीम सभी घरों में सीढ़ी लगाकर छत के रास्ते दाखिल हुई थी।