गिरिडीह लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री लालचंद महतो का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 72 साल के थे। वह झारखंड राज्य बनने के बाद बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में बनी सरकार में ऊर्जा मंत्री रहे थे।
बताया गया कि रांची में लालपुर स्थित आवास पर गुरुवार देर रात बाथरूम में चक्कर आया और वे गिरकर बेहोश हो गए। उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।
वे मूल रूप से बोकारो जिले के बैदकारो गांव के रहने वाले थे। शुक्रवार दोपहर उनका शव झारखंड विधानसभा परिसर लाया गया, जहां विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो सहित कई लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
लालचंद महतो ने भारतीय जनसंघ से राजनीति की शुरुआत की थी। वह गिरिडीह की डुमरी विधानसभा सीट से तीन बार विधायक चुने गए थे। आपातकाल के बाद हुए विधानसभा चुनाव में 25 साल की उम्र में 1977 में वे जनता पार्टी के टिकट पर डुमरी विधानसभा से विधायक बने थे।
उन्होंने लोकसभा चुनाव के लिए राज्य स्तर पर तीसरा मोर्चा बनाने और बहुजन सदान मोर्चा एवं हिंद मजदूर किसान यूनियन के बैनर तले इस बार गिरिडीह लोकसभा का चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। पांच दिन पहले उन्होंने चुनावी तैयारी को लेकर संसदीय क्षेत्र के कार्यकर्ताओं का एक सम्मेलन भी किया था।