केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने विपक्षी नेताओं के चुनाव आयोग जाने की निंदा करते हुए कहा कि इससे यह सिद्ध हो गया है कि यह गठबंधन चोरों का गठबंधन है। ये सारे दल शराब घोटाले के सरगना के लिए चुनाव आयोग गए।
भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए स्मृति ईरानी ने बिना नाम लिए कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी पर भी निशाना साधा और कहा कि चुनाव आयोग में जाकर आज ऐसा व्यक्ति बोल रहे थे जो थोड़ी देर पहले कोर्ट में अरविंद केजरीवाल को डिफेंड कर रहे थे। कोर्ट पर दबाव डालने का इसे प्रयास बताते हुए उन्होंने कहा कि न्यायपालिका पर दबाव डालने का यह प्रयास निंदनीय है।
राहुल गांधी के स्टैंड को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने तेलंगाना जाकर कहा था कि बीआरएस सरकार ने शराब घोटाला किया है। वह बताएं कि कौन से राहुल गांधी सही हैं – तेलंगाना वाले या दिल्ली वाले? कौन सी कांग्रेस सही है – केजरीवाल के खिलाफ शिकायत करने वाली या आज बचाव करने वाली ?
आप नेताओं के बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि समन का जवाब देने के लिए समन नहीं भेजा जाता बल्कि पेश होने के लिए समन दिया जाता है।
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का हवाला देते हुए कहा कि राजनीतिक बदले का आरोप लगाने वाले आप के नेता क्या यह कहना चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने गलत मंतव्य दिया? आप नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो भी कह रहे हैं, वह कोर्ट में क्यों नहीं कहा?
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के बयान को लेकर उन्होंने कहा कि शराब घोटाले के काले धन का इस्तेमाल गोवा के साथ-साथ पंजाब के चुनाव में भी हुआ था। पंजाब सीएम बताएं कि वह किस डर में भाभी से मिलने गए थे।
इससे पहले, स्मृति ईरानी ने अदालत द्वारा अरविंद केजरीवाल को ईडी की रिमांड में भेजने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शराब घोटाले का मास्टरमाइंड फाइनली कानून की हिरासत में है।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल की रिमांड की खबर से यह देश आश्वस्त है कि भ्रष्टाचार करने वाला व्यक्ति भले ही केजरीवाल ही क्यों न हो, इस देश में कानून से बड़ा नहीं है।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि इस मामले में सारे दस्तावेज और तथ्य दिल दहला देने वाले हैं। उन्होंने कहा कि जब अदालत में यह कहा गया कि विजय नायर के सौजन्य से विशिष्ट शराब कंपनियों ने बैठकर शराब की पॉलिसी बनाई तो अरविंद केजरीवाल के किसी भी वकील ने इसका खंडन नहीं किया। कोर्ट में बैंक ट्रांजैक्शन का उल्लेख हुआ और इसका भी अरविंद केजरीवाल या उनकी लीगल टीम की तरफ से कोई खंडन नहीं किया गया।
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि विजय नायर, समीर महेंद्रू, मनीष सिसोदिया के सचिव और के कविता के सीए से जुड़े कई तथ्यों और बयानों के साथ-साथ लेन-देन का ब्यौरा भी सामने रखा गया, जिसके विरोध में केजरीवाल की लीगल टीम द्वारा कोई तर्क नहीं दिया गया। यहां तक कि कोर्ट में सीबीआई और पीएमएलए के तहत जितने मामले दायर हुए थे, उसके खिलाफ भी केजरीवाल के वकीलों ने कुछ नहीं कहा।
आप नेताओं के बयानों पर पलटवार करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि आप के नेता पूछ रहे हैं कि पैसा कहां गया, उसका पूरा विवरण कोर्ट को दिया गया। आप ने रिश्वत के इस पैसे में से 45 करोड़ रुपए का इस्तेमाल गोवा के चुनाव में किया और इस पैसे को वहां चार रूट से भेजा गया और इस तथ्य का भी केजरीवाल के वकीलों ने कोई खंडन नहीं किया।
उन्होंने कहा कि पैसा कहां-कहां खर्च हुआ, कैसे और किस-किसको बांटे गए, इसकी पूरी जानकारी अदालत में दी गई, लेकिन केजरीवाल के तीनों में से किसी भी वकील ने इन तथ्यों का खंडन नहीं किया।