बिलासपुर–अलग अलग माध्यमों से मिल रही लगातार जानकारी के बाद कलेक्टर अवनीश शरण ने लोगों की जिन्दगी से खिलवाड़ करने वाले झोलाछाप डॉक्टरों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने का आदेश दिया। कलेक्टर आदेश पर कोटा राजस्व टीम ने मेडिकल टीम के साथ दो अलग अलग ठिकानों पर धावा बोला। टेंगनमाड़ा और करगीकला में संचालित क्लनिक पर ताला जड़ दिया है।
कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश पर राजस्व और मेडिकल की संयुक्त टीम ने दो झोलाझाप डाक्टरों की क्लिनिक पर धावा बोला है। कोटा ब्लॉक के टेंगनमाड़ा और करगीकला में संचालित दो झोलाछाप डॉक्टरों की दोनों क्लिनिक को सील कर दिया है। एसडीएम युगल किशोर उर्वशा की अगुवाई में टीम ने आकस्मिक निरीक्षण के दौरान भारी अनियमिताओं को दर्ज किया।
युगल उर्वशा ने बताया कि टेंगनमाड़ा में दीपक गुप्ता धर्मप्रताप सिंह के मकान में क्लिनिक का संचालन करता है। निरीक्षण के दौरान क्लिनिक में दीपक गुप्ता नहीं पाए। सरपंच, कोटवार और ग्रामीणों ने बताया कि दीपक गुपाता गांव में नहीं है। उन्होने गलत इलाज किया इसके कारण ही मलेरिया से दो लोगों की मौत हुई है।
इसके लावा संयुक्त टीम ने करगी कला में डॉ. चिरंजित विश्वास के क्लिनिक का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मांगे जाने पर डाक्टर ने वैध दस्तावेज पेश नहीं किया। क्लिनिक सील कर कार्रवाई को अंजाम दिया है।
एसडीएम ने बताया कि कोटा विकासखण्ड के ग्राम खुटाडीह मेलनाडीह में शुक्रवार को मलेरिया जनचौपाल का आयोजन किया गया। ग्रामीणों को मलेरिया और डायरिया फैलने के कारणों को बताया गया। उपचार के साथ ही सभी ग्रामीणों को घर परिवेश साफ रखने को कहा गया। इस मौके पर मैदानी स्तर के विभागीय अधिकारी-कर्मचारी, मितानिन विशेष रूप से उपस्थित थे। टेंगनमाड़ा हायर सेकेण्डरी स्कूल में भी मलेरिया, डायरिया के लिए बच्चों को जागरूक किया गया।