सिरसा, 31 जुलाई (आईएएनएस)। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को सिरसा स्थित गुरुद्वारा चिल्ला साहिब पहुंचकर माथा टेका।
इस खास मौके पर उनके साथ प्रदेश के बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व सांसद डॉ. अशोक तंवर, मनजिंदर सिंह सिरसा, सुनीता दुग्गल, विधायक गोपाल कांडा, जिलाध्यक्ष शीशपाल कंबोज, भूपेश मेहता, जिला मीडिया प्रभारी अमित सोनी सहित अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
गुरुद्वारा चिल्ला साहिब सिख संगत की ओर से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का पगड़ी और सिरोपा पहनाकर स्वागत किया गया।
मुख्यमंत्री चिल्ला कार्यक्रम में शामिल होने से पहले अपने स्टेट प्लेन से एयर फोर्स स्टेशन पहुंचे। इसके बाद वे अपने काफिले के साथ गुरुद्वारा चिल्ला साहिब पहुंचे।
मुख्यमंत्री ने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर इस संबंध में कुछ तस्वीरें साझा कीं। अपने पोस्ट में उन्होंने कहा, “जिस पवित्र भूमि पर गुरु नानक देव जी ने 40 दिनों तक तपस्या की थी, वहीं पर मुख्यमंत्री ने आकर मत्था टेका।”
सीएम सैनी ने कहा, “सिख संगत ने जो पगड़ी और सिरोपा पहनाकर अभिनंदन किया, उनका हृदय से आभार। प्रदेश सरकार ने श्री गुरुद्वारा चिल्ला साहिब को जो 77 कनाल 7 मरले भूमि नाम की है, उसके लिए महज मेरा ही नहीं, बल्कि पूरी संगत का अभिनंदन किया जाना चाहिए। हम लोग गुरु नानक देव जी के सेवक और अनुयायी हैं। गुरुद्वारा श्री चिल्ला साहिब में आयोजित अखंड पाठ में भी हिस्सा लिया है। पिछले कई वर्षों से श्रद्धालुओं की मांग थी कि यह यह जमीन गुरुद्वारा को सौंपी जाए और हमारी सरकार ने यह निर्णय लिया है, जिसकी खुशी हमारे श्रद्धालुओं में देखने को मिल रही है।”
मुख्यमंत्री दूसरी बार इस कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे। इससे पहले वे सिकंदरपुर स्थित राधा स्वामी सत्संग भवन में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए थे। 28 दिन पहले मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इससे पहले वे चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी के हॉल में कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हुए।
बता दें कि मुख्यमंत्री चिल्ला साबिह गुरुद्वारा पहुंचने से पहले अपने काफिले के साथ तारा बाबा कुटिया पहुंचे। यहां उन्होंने तारा बाबा की कुटिया पर पुष्प अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके बाद, उन्होंने हरियाणा लोकहित पार्टी के अध्यक्ष गोपाल कांडा से मुलाकात की। उन्होंने गुरुद्वारा चिल्ला साहिब पहुंचकर 77 कनाल 7 मरले जमीन की रजिस्ट्री गुरुद्वारा के प्रबंधकों को सौंपी। इसके बाद, वे गांव संगर सरिस्ता में शहीद उधम सिंह की शहीदी दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए।
–आईएएनएस
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