बिलासपुर—पूर्व विधायक शैलेष पाण्डेय ने शासन,प्रशासन से बिजली कटौती को लेकर चिंता जाहिर किया है। पूर्व विधायक ने बताया कि जिला कलेक्टर के नाम एक पत्र लिखा है। निवेदन किया है कि बिजली कटौती से जनता त्राहि माम कर रही है। क्या शहर और क्या गांव हर दिन आधा दर्जन बार बिजली का आना जाना है। शैलेष ने मीडिया को प्रेस नोट जारी कर बताया कि मूलभूत सुविधा के लिए तरस रहे लोगों को सरकार बिजली और पानी भी ठीक से नहीं दे पा रही है।
शहर में बिजली और पानी का संकट गहराता जा रहा है। सरकार जनता को रोज़ रोज़ बिजली का झटका दे रही है। दिन और रात मिलकर कम से कम दस बार बिजली जाती है और कई बार बिना कारण के चली जाती है। गर्मी में लोग पानी की समस्या से परेशान है । कई मोहल्लों में सरकार पानी तक नहीं दे पा रही है। जनता त्राहि माम त्राहि माम कर रही है।
शैलेष ने कहा कि शहर हो या ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में बिजली और पानी की समस्या है। लोगों की तरफ से दिन भर शिकायत आ रही है। लाइट कब आएगी..पानी कब मिलेगा..लोग सवाल कर रहे हैं। पानी की आपूर्ति भी ठीक से नहीं होने को लेकर जनता की नाराजगी बढ़ती ही जा रही है। लोग एक एक बूंद पानी के लिए तरस रहे है।
पाण्डेय ने बताया कि सरप्लस बिजली वाले राज्य की हालत ऐसी हो सकती है ऐसा किसी ने सोचा भी नहीं था। भरी गर्मी में पेड़ो की कटाई की जा रही है। जबकि यह काम बहुत पहले हो जाना था। बिजली नहीं है तो पानी भी नहीं मिल रहा है। पहले से मौजूद पाइप लाइन के पास नई पाइप बिछाने से पुरानी पाइप लाइन छतिग्रस्त हो गयी है। बावजूद इसके इस तरफ ध्यान नहीं जाना चिंता का विषय है। प्रशासन से निवेदन है कि जनता की परेशानी बढाकर जिला प्रशासन चैन की नींद लेने से बचे।लोगों की मूलभूत सुविधाओं से जुड़ी समस्याओं को तत्काल दूर करे।